ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया की जीवनशैली और संपत्ति का अद्भुत खुलासा!
सिंधिया और उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया हमेशा अपनी संपत्ति और राजघराने की जीवनशैली कैसी है? केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव में गुना से उम्मीदवार हैं। गुना में सिंधिया परिवार का गढ़ रहा है। सिंधिया के समर्थन में चुनाव प्रचार करने के लिए अब उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी गर्मी और धूल में मैदान में उतर गई हैं। सिंधिया इस देश के सबसे अमीर नेताओं में से एक माने जाते हैं। सिंधिया परिवार से तालुक रखते हैं। सिंधिया के माता-पिता ग्वालियर के पूर्व शासक माधवराव सिंधिया और माधवी राजे सिंधिया थे, जो एक मराठा रियासत थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी राजकुमारी हैं। प्रियदर्शिनी राजे गायकवाड़ परिवार की राजकुमारी हैं। प्रियदर्शिनी राजे के पिता कुमार संग्रामसिंह गायकवाड़ बरोड़ा के अंतिम शासक प्रताप सिंह गायकवाड़ हैं। प्रियदर्शिनी की मां भी पाल के राजघराने से संबंध रखती हैं।
प्रियदर्शिनी राजे ने कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी से स्कूली शिक्षा ली है। इसको अब मुंबई में फोर्ट कॉन्वेंट के नाम से जाना जाता है। प्रियदर्शिनी राजे ने कॉलेज की पढ़ाई मुंबई में सोफिया कॉलेज फॉर वूमेन से की है। सिंधिया ने पहली ही मुलाकात में प्रियदर्शिनी राजे को अपने लिए पसंद कर लिया था। सिंधिया और प्रियदर्शिनी राजे ने 1994 में शादी की थी। इसे परिवार की मर्जी से हुई थी। ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी के एक बेटे महानआर्यमन सिंधिया और एक बेटी अनन्या सिंधिया हैं।
ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी के ग्वालियर के महल का नाम ‘जयविलास’ है। इसे लोग सिंधिया पैलेस भी कहते हैं। जयविलास महल की कीमत 4,000 करोड
़ रुपये बताई जाती है। इस महल में 400 कमरे हैं, जिनमें से 35 कमरों को संग्रहालय बना दिया गया है। जयविलास पैलेस को 874 में बनवाया गया था। एक इंटरव्यू में प्रियदर्शिनी ने कहा था कि किसी भी महल में रहना अपने आप एक फुलटाइम जॉब के बराबर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास 379 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है। अगर पैतृक चल संपत्ति की बात करें तो ये 45 करोड़ 24 लाख रुपये है। हालांकि सिंधिया की कुल पैतृक अचल संपत्ति 2 अरब 97 करोड़ रुपये की है। वहीं सिंधिया के पास एक अरब 81 करोड़ की पैतृक कृषि योग्य भूमि भी है।