अमित शाह का बयान: ‘आईएनडीआइए जीत निश्चित, प्रधानमंत्री का चेहरा कौन?’
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आइएनडीआइए जीते ऐसा होने वाला नहीं है, लेकिन अगर वे जीतते हैं तो प्रधानमंत्री का चेहरा कौन है? क्या एक-एक साल के प्रधानमंत्री बनाएंगे। एक साल शरद पवार, एक साल लालू, एक साल स्टालिन, एक साल ममता बनर्जी और जो कुछ बचा हुआ समय होगा राहुल बाबा को बनाया जाएगा। क्या ऐसा नेतृत्व देश को मजबूत कर सकता है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत निश्चित है। उनको तीसरी बार पीएम बनाने का मतलब है बिहार में जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार को खत्म करना और योग्यता के आधार पर राजनीति की शुरुआत करना। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को मधुबनी के झंझारपुर से एनडीए के जदयू प्रत्याशी रामप्रीत मंडल और बेगूसराय से भाजपा प्रत्याशी गिरिराज सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता खरगे कहते हैं कि राजस्थान और बिहार का कश्मीर से क्या लेना-देना। खरगे साहब को कहना चाहता हूं कि कश्मीर के लिए बिहार का बच्चा-बच्चा अपनी जान देने के लिए तैयार है। कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विरोधी पार्टी है। लालू भी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पिछड़ा वर्ग विरोधी कांग्रेस की गोद में बैठे हैं।उन्होंने कहा, मंडल कमीशन के कारण जो आरक्षण मिला, वो 1957 में ही मिल जाता, लेकिन काका साहब कालेलकर कमीशन की रिपोर्ट कांग्रेस ने रोककर रखी। उसने मंडल कमीशन का विरोध किया। राम मंदिर मामले को लटकाते रहे। मोदी जी ने पांच साल में केस भी जीता, मंदिर भी बना। कांग्रेस को प्राण प्रतिष्ठा में बुलाया गया, मगर तुष्टिकरण के लिए उन्होंने बहिष्कार किया।अमित शाह ने आगे कहा कि लालू के जीवन का लक्ष्य है बेटे को मुख्यमंत्री बनाना और सोनिया गांधी के बेटे राहुल को प्रधानमंत्री बनाना। कम्युनिस्ट पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि कम्युनिस्टों के कारण ही खाद कारखाना बंद हो गया था, रिफाइनरी बंद होने के कगार पर पहुंच गई थी, लेकिन सांसद सह मंत्री गिरिराज सिंह के प्रयास से फिर से चालू हो गया है।