भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में किस नीति पर काम करेगी आइए जानते हैं?

लोकसभा चुनाव में जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी अपनी नीतियों और कामों के अलावा झामुमो-कांग्रेस के बागियों पर भीमह नजर रख रही है। संताल परगना की तीन में से दो सीटों पर झामुमो-कांग्रेस गठबंधन को आंतरिक असंतोष से जूझना पड़ रहा है। जबकि भाजपा ने तीनों सीट पर अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।झामुमो के विधायक और लंबे समय से असंतुष्ट चल रहे विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल के वर्तमान सांसद विजय हांसदा को टिकट मिलने पर उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कह दी है। लोबिन झारखंड पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।

ऐसी स्थिति में आदिवासी वोटों का बंटवारा होने की संभावना है, जिस पर भाजपा की नजर है। इसी तरह गोड्डा लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। टिकट नहीं मिलने पर उनकी नाराजगी वोटरों के बीच कितनी प्रभावी होगी इस पर भी भाजपा की नजर हैझामुमो नेता हेमलाल मुर्मू और स्व. साइमन मरांडी को भाजपा पहले अपने खेमे में कर चुकी है। हेमलाल मुर्मू एक बार भाजपा के टिकट पर राजमहल से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि अब हेमलाल मुर्मू फिर से झामुमो में घर वापसी कर चुके हैं।साल 2009 के लोकसभा चुनाव में निशिकांत दूबे भाजपा प्रत्याशी थे। उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी फुरकान अंसारी थे। झामुमो नेता स्व. दुर्गा सोरेन ने भी अपनी उम्मीदवारी गोड्डा से कर दी।

झामुमो और कांग्रेस के वोटों में बंटवारा हुआ जिससे निशिकांत दूबे की जीत आसान हो गई। राजमहल सीट पर अबतक दो बार ही भाजपा जीत दर्ज कर सकी है। इसबार ताला मरांडी को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है।

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