शिकोहाबाद में दुल्हन के दरवाजे पर फोन किया, बारात को वापस लौटना पड़ा: शॉकिंग घटना!

शिकोहाबाद थाना क्षेत्र में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा। दुल्हन ने दूल्हे को फोन किया और कुछ ऐसा हुआ कि बारात को वापस लौटना पड़ा। लोगों ने दुल्हन को मनाने की काफी कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। देखते ही देखते खुशियां के रंग फीके पड़ गए। दोनों पक्षों ने पंचायत बुलाई जो कि रातभर चलती रही लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। आखिर में दूल्हे को बिना दुल्हन के बैरंग वापस लौटना पड़ा। दरअसल, थाना दक्षिण क्षेत्र के अंतर्गत नई आबादी, हिमांयूपुर नगला पचिया निवासी शिवसागर की शादी थाना शिकोहाबाद क्षेत्र के अंतर्गत गांव नीम खेरिया निवासी फूलमती के साथ तय हुई थी। 23 अप्रैल मंगलवार को दूल्हा बरात लेकर दुल्हन के घर शिकोहाबाद पहुंचा लेकिन दुल्हन पक्ष बारात को देखकर हैरान रह गया।
बारात में बैंडबाजा था और घोड़ी नहीं थी। दूल्हा कार में बैठकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा था। बारात में बैंडबाजा और घोड़ी लेकर न आना का कारण जानने के लिए दुल्हन ने दूल्हे को फोन मिलाया। आरोप है कि इस दौरान दूल्हे ने दुल्हन को अपशब्द कह दिए। दूल्हे की हरकत से दुल्हन भी भड़क गई और उसने सात फेरे लेने से इनकार कर दिया। दुल्हन के तेवर देखकर हर कोई हैरान रह गया। लड़केवालों ने दुल्हन को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही और शादी तोड़ दी। दुल्हन का कहना था कि दूल्हे ने उसके साथ फोन पर दुर्व्यवहार किया। दुल्हन का कहना था कि जब शादी से पहले दूल्हा उसके साथ इस तरह का बर्ताव कर रहा है तो सात फेरे लेने के बाद क्या करेगा। दुल्हन ने यह भी आरोप लगाया कि 21 अप्रैल को लगुन-टीका में भी दूल्हा पक्ष के लोगों ने बुफे के दौरान उसके परिजनों का अपमान किया था। दोनों पक्षों ने रात में पंचायत बुलाई लेकिन बात नहीं बन सकी। अंत में लेनदेन का समझौता करने के बाद दोनों पक्षों अलग-अलग हो गए। दुल्हन द्वारा शादी से इनकार किए जाने के बाद दूल्हा मायूस हो गया। उसके नए जिंदगी के सपने बिखर गए। दूल्हे को बिना दुल्हन के बारात लेकर बैरंग लौटना पड़ा।